पीएम इ बस सेवा (PM E Bus Seva )
खबरों में क्यों पीएम इ बस सेवा?
भारतीय मंत्रिमंडल ने “पीएम-ईबस सेवा” योजना को मंजूरी दे दी है, जिसका लक्ष्य सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के माध्यम से 10,000 इलेक्ट्रिक बसें शुरू करके सिटी बस संचालन को बढ़ावा देना है।
पीएम-ई बस सेवा योजना 2023 के बारे में जानकारी
योजना का नाम | PM e Bus Seva |
शुरू की गई | केंद्र सरकार |
लाभार्थी | देश के नागरिक |
उद्देश्य | इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करना |
आवंटन राशि | 57,613 करोड़ रुपए |
श्रेणी | केंद्र सरकारी योजना |
साल | 2023 |
आवेदन प्रक्रिया | अभी उपलब्ध नहीं |
आधिकारिक वेबसाइट | जल्द लॉन्च होगी |
Landmark decision under leadership of PM @narendramodi Ji.
Cabinet approves PM-eBus Sewa to augment city bus operations by 10,000 electric buses on PPP model. ₹20,000cr to be provided by GoI. Coverage to 169 cities with 3 lakh+ population &capital cities of UT, NER & hill states pic.twitter.com/lPaneiCkck— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) August 16, 2023
पीएम-ईबस सेवा क्या है, उद्देश्य ? (Objective of PM E Bus Seva)
इसका उद्देश्य है शहरी परिवहन को गतिशील बनाते हुए पर्यावण अनुकूल प्रयासों को बढ़ावा देना। शहरी गतिशीलता के साथ ही यह पर्यावण में भी ना नुक्सान पहुंचाए ऐसा इसका उद्देश्य है। साथ हीं यह रोजगार के अवसर पैदा कर आर्थिक विकास में भी मदद करेगा।
खंड ए: इसमें शामिल है सिटी बस की सेवाओं को बढ़ाना (लगभग 169 शहर): PM E Bus Seva
यह खंड पीपीपी मॉडल के तहत 10,000 ई-बसों द्वारा शहरी परिवहन को मजबूत करने के लिए समर्पित है।
पहल यह मानती है कि कुशल संचालन के लिए इलेक्ट्रिक बसों को समायोजित करने के लिए सबस्टेशन जैसे आवश्यक पीछे-मीटर बिजली बुनियादी ढांचे के निर्माण के साथ-साथ डिपो बुनियादी ढांचे के विकास या उन्नयन की आवश्यकता होती है।
खंड बी: हरित शहरी गतिशीलता पहल (181 शहर):।
इस खंड में बसों के उपयोग सम्बन्धी प्राथमिकता को बढ़ाना, इसके बुनियादी ढांचे में सुधार करना, मल्टीमॉडल इंटरचेंज सुविधाओं को स्थापित करना, एनसीएमसी (नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड) आधारित स्वचालित किराया संग्रह प्रणाली लागू करना और जगह जगह पर आवश्यक चार्जिंग के एक बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है।
इन टिकाऊ प्रथाओं को एकीकृत करके, योजना का लक्ष्य शहरी गतिशीलता परिदृश्य को बदलना है।
लक्षित जनसंख्या और पहुंच से वंचित क्षेत्र:
- यह योजना 2011 की जनगणना के आंकड़ों के आधार पर तीन लाख और उससे अधिक की आबादी वाले शहरों को शामिल करेगी।
- इस व्यापक दृष्टिकोण में केंद्र शासित प्रदेशों की सभी राजधानी, देश के उत्तर पूर्वी हिस्से के क्षेत्र और पहाड़ी राज्य शामिल हैं।
- इस योजना का एक महत्वपूर्ण आकर्षण संगठित बस सेवाओं की कमी वाले शहरों पर इसका ध्यान केंद्रित करना है, जिससे यह शहरी गतिशीलता अंतर को पाटने का प्रयास है।
पीएम इ बस सेवा – संचालन एवं सुविधा: (PM E Bus Seva)
- योजना का परिचालन पहलू नियुक्त बस ऑपरेटरों को भुगतान करते समय बस सेवाओं को प्रबंधित करने और बनाए रखने की जिम्मेदारी राज्यों और शहरों पर डालता है।
- केंद्र सरकार की भूमिका योजना में उल्लिखित सब्सिडी प्रदान करके इन कार्यों को सुविधाजनक बनाना और समर्थन करना है।
पीएम इ बस सेवा योजना का महत्व क्या है?
रोजगार के अवसर:
- इस योजना से 45,000 से 55,000 नौकरियों की अनुमानित सीमा के साथ प्रत्यक्ष रोजगार अवसर बढ़ने का अनुमान है।
- देश में सिटी बस संचालन में इलेक्ट्रिक बसों के आने से रोजगार की वृद्धि होगी जो ना केवल शहर की गतिशीलता को बढ़ाएगा बल्कि रोजगार के नए अवसर प्रदान कर आर्थिक विकास में योगदान भी देगा और साथ ही हरित पर्यावरण की तरफ एक शानदार कदम होगा।
ई-मोबिलिटी को बढ़ावा देना:
- यह ई-मोबिलिटी को अपनाने के लिए प्रेरित करना चाहता है, जो अपेक्षित मीटर के पीछे बिजली के बुनियादी ढांचे के लिए व्यापक समर्थन पर आधारित है।
- इसके अलावा शहरों को ग्रीन अर्बन मोबिलिटी पहल के हिस्से के रूप में महत्वपूर्ण चार्जिंग बुनियादी ढांचे के विकास के लिए समर्थन प्राप्त होगा।
- यह समग्र दृष्टिकोण न केवल ऊर्जा-कुशल इलेक्ट्रिक बसों को अपनाने में तेजी लाता है बल्कि ई-मोबिलिटी क्षेत्र में नवाचार को भी बढ़ावा देता है।
पर्यावरणीय प्रभाव और जीएचजी (GHG) में कमी:
- विद्युत गतिशीलता की ओर बदलाव से गहन पर्यावरणीय लाभ होने का अनुमान है।
- ध्वनि और वायु प्रदूषण को कम करके और कार्बन उत्सर्जन पर अंकुश लगाकर, यह योजना व्यापक स्थिरता लक्ष्यों के अनुरूप है।
- बस-आधारित सार्वजनिक परिवहन के बढ़ते उपयोग से भी एक बदलाव आएगा, जिससे ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन में कमी आएगी।
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ई-मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए सरकार की पहल क्या हैं?
- इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से अपनाने और विनिर्माण (एफएएमई) योजना II
- राष्ट्रीय विद्युत गतिशीलता मिशन योजना (एनईएमएमपी)
- परिवर्तनकारी गतिशीलता और बैटरी भंडारण पर राष्ट्रीय मिशन
- उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना
- वाहन स्क्रैपेज नीति
- गो इलेक्ट्रिक अभियान
निष्कर्ष:
“पीएम-ईबस सेवा” योजना टिकाऊ शहरी गतिशीलता और इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण पहल है।प्रत्यक्ष रोजगार सृजन, बुनियादी ढांचे के विकास और पर्यावरण संरक्षण तक फैले अपने बहुआयामी दृष्टिकोण के साथ, यह योजना लचीली और पर्यावरण-अनुकूल शहरी परिवहन प्रणाली बनाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता का उदाहरण देती है। इस दूरदर्शी सोच का असर बढ़ते शहरी क्षेत्रों के विकास के साथ साथ पर्यावरण के अच्छे प्रबंधन पर भी पड़ेगा
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1 thought on “PM E Bus Seva की होगी शुरुआत जल्दी, 169 शहरों में 10,000 इलेक्ट्रिक बसें सड़कों पर दौड़ेगी”