Mukhyamantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana 2023:- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्य के आदिवासी समाज की संस्कृति और पर्व की परंपरा को संरक्षण प्रदान करने के लिए एक योजना को शुरू करने की घोषणा की थी। वह घोषित योजना का शुभारंभ 13 अप्रैल 2023 को राज्य के बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर में आयोजित भरोसे के सम्मेलन में मुख्यमंत्री जी ने कर दिया है। इस योजना का नाम रखा गया है छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना। (Mukhyamantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana )
मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना के द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के हर गांव में आदिवासियों के पर्व एवं त्योहार के आयोजन हेतु ग्राम पंचायतों को अनुदान दिया जाएगा। भरोसे का सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा उपस्थित थीं। उनकी ही उपस्थिति में इस योजना के क्रियान्वयन हेतु बस्तर संभाग के 1840 ग्राम पंचायतों को 5-5 हजार रुपए की अनुदान राशि जारी कर दी गई। इस धनराशि का उपयोग आदिवासी त्यौहारों को मनाने में किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना (Mukhyamantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana 2023)
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 13 अप्रैल को प्रदेश के जबलपुर में एक कार्यक्रम “भरोसे के सम्मेलन” में आदिवासियों के कल्याणार्थ मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना को शुरू करने की घोषणा कर दी। इस योजना के अंतर्गत आदिवासी पर्व और त्यौहारों को मनाने के लिए राज्य सरकार, ग्राम पंचायतों को अनुदान देगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा इस सम्मेलन में 1840 ग्राम पंचायतों को ₹ 5-5 हजार की पहली किस्त जारी कर दी गई है।
राज्य के सभी अनुसूचित क्षेत्रों में इस योजना को लागू कर दिया गया है। इस योजना के क्रियान्वयन हेतु वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में ₹ 5 करोड़ की धनराशि का प्रावधान भी किया गया है। इस योजना के संचालन के लिए ग्राम स्तर पर शासी निकाय और अनुभाग स्तरीय शासी निकाय का गठन किया जाएगा। Mukhyamantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana के लागू होने पर प्रति वर्ष ग्रामों में जनजातियों के उत्सवों और त्यौहारों को धूमधाम से मनाया जायेगा।
छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना Highlights
योजना | Mukhyamantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana 2023 |
योजना का शुभारंभ | छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा |
राज्य | छत्तीसगढ़ |
साल | 2023 |
लाभार्थी | राज्य के सभी अनुसूचित जनजाति के लोग |
उद्देश्य | राज्य के आदिवासियों के त्योहारों, संस्कृति और परंपरा को संरक्षित करना |
बजट धनराशि | 5 करोड़ रुपए |
सहायतार्थ राशि | पर्वों को मनाने हेतु 10 हजार रुपए की अनुदान राशि |
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मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना उद्देश्य (CG Mukhymantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana Objective)
राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना को शुरू करने का प्रमुख उद्देश्य आदिवासियों के पर्व त्यौहार की संस्कृति और परंपरा को संरक्षित करना है। साथ ही आदिवासियों के त्योहारों एवं उत्सव को मूल रूप प्रदान करना भी है। यह इसलिए भी जरूरी है ताकि आगामी पीढ़ी को आदिवासी संस्कृति का स्थानांतरण तथा परंपराओं का अभिलेखन किया जा सके। इस योजना के द्वारा सरकार प्रत्येक ग्राम पंचायत को प्रतिवर्ष 10,000 रुपए की अनुदान राशि दो किस्तों में (5-5 हजार रुपए ) जारी करेगी। छत्तीसगढ़ के समस्त अनुसूचित जनजाति विकास खंड में इस योजना को शुरू किया गया है। ताकि राज्य के सभी अनुसूचित जनजाति के लोग अपने आदिवासी पर्व एवं त्यौहारों का गरिमामय रूप से आयोजन कर मना सके।
सीएम आदिवासी परब सम्मान निधि योजना लाभ एवं विशेषताएं (CM Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana )
- मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना का शुभारंभ 13 अप्रैल 2023 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा किया गया है।
- इस योजना के अंतर्गत आदिवासी पर्व और त्यौहारों को मनाने के लिए ग्राम पंचायतों को सरकार अनुदान प्रदान करेगी ताकि आदिवासी समाज पर्व त्यौहार धूमधाम से मन सकें ।
- हर वर्ष इस योजना के अंतर्गत आदिवासी समाज के पर्व को मनाने के लिए 10,000 रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।यह सहायता राशि ग्राम पंचायतों को 5-5 हजार रुपए की दो किस्तों में दी जाएगी।
- इस योजना की पहली किस्त ₹ 5000 योजना के शुभारंभ पर 1840 ग्राम पंचायतों को जारी की जा चुकी है।
- अनुसूचित क्षेत्र के ग्रामों में जनजातियों के उत्सवों, त्योहारों के मेला, जात्रा पर्व, सरना पूजा, नवाखाई, हरेली आदि पर यह सहायता राशि को खर्च किया जायेगा। जिससे आदिवासियों की संस्कृति और परंपरा को संरक्षित करने में सहायता प्राप्त होगी।
- आदिवासी समाज त्योहारों को मनाने की आर्थिक सहायता प्रदान कर उनके त्योहारों को महत्व मिलेगा और समाज में भेदभाव जैसी कुरीतियों को दूर किया जा सकेगा।
- इस योजना के क्रियान्वयन हेतु नोडल एजेंसी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत होगे।
- वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में इस योजना के लिए 5 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
- आदिवासी समाज के आर्थिक सहायता प्राप्त कर अपने त्योहारों को धूमधाम से गरिमामय रूप में मना सकेंगे।
- इस योजना के माध्यम से आदिवासियों के त्योहारों को देखने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना में जिन त्योहारों को लिया गया है उनके नाम निम्नलिखित हैं – Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana 2023
- मेला
- जात्रा पर्व
- सरना पूजा
- देव गुड़ी
- मड़ई
- छेरछेरा
- अक्ती
- हरेली
- नवाखाई, आदि।
सीएम आदिवासी परब सम्मान निधि योजना में कितने रुपए मिलेंगे
इस योजना में हर साल पारंपारिक त्यौहारों के लिए 10 हजार रुपए मिलेंगे।
मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना के अंतर्गत, अनुसूचित क्षेत्र के गांवों में जनजातियों के उत्सव को मनाने हेतु हर साल आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। आदिवासी जाति के कल्याण हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत को प्रति वर्ष ₹10 हजार की अनुदान राशि दी जाएगी।
इस अनुदान राशि को राज्य सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों को दो किस्तों में (5-5 हजार रुपए) जारी किया जाएगा। इस योजना की पहली किस्त ₹ 5000 को राज्य के 1850 ग्राम पंचायतों को जारी कर दी गई है। अनुदान राशि प्राप्त कर आदिवासी समाज अपने पर्व और त्यौहारों का आयोजन गरिमामय रूप से कर पाएंगे जिसमे ग्राम पंचायत उनकी सहायता करेंगे।
सीएम आदिवासी परब सम्मान निधि योजना का क्रियान्वयन कैसे होगा
मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना के क्रियान्वयन हेतु नोडल एजेंसी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत होंगे। साथ ही इस योजना की इकाई ग्राम पंचायत के संबंधित गांव होंगे। मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना के संचालन हेतु निकाय का स्वरूप के लिए ग्राम स्तरीय शासी निकाय में संबंधित ग्राम पंचायत के अध्यक्ष इसके सरपंच होगे। जिसमें गायक, पुजारी, गुनिया, बैगा सदस्य आदि भी सम्मिलित होंगे। वहीं अनुभाग ग्राम स्तरीय शासी निकाय में दो बुजुर्ग, दो महिला, ग्राम कोटवार, पटेल एवं ग्राम पंचायत के सदस्य सचिव होंगे। यह सभी लोग इस योजना के तहत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
सीएम आदिवासी परब सम्मान निधि योजना के पैसों का इस्तेमाल इस तरह होगा
सीएम आदिवासी परब सम्मान निधि योजना (Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana) के तहत जनपद स्तरीय शासी निकाय में अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व अध्यक्ष होंगे और मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत इसके सदस्य सचिव होंगे। जनपद स्तरीय शासी निकाय में जनपद पंचायत के अध्यक्ष, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, तहसीलदार सदस्य होंगे। ये लोग यह सुनिश्चित करेंगे कि गांव में कौन-कौन से त्यौहारों में इस राशि का उपयोग किया जायेगा। इसका निर्धारण ग्राम स्तरीय समिति के माध्यम से किया जाएगा। Mukhyamantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana के क्रियान्वन हेतु जनपद स्तर पर निगरानी एवं समन्वय हेतु जनपद स्तरीय शासी निकाय उत्तरदायी होगा।
आज कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी की विशिष्ट उपस्थिति में जगदलपुर में ‘मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना’ का शुभारम्भ किया गया। @priyankagandhi
✅ बस्तर संभाग की 1840 ग्राम पंचायतों को जारी की गई 5-5 हजार रूपए की अनुदान राशि
✅ प्रत्येक ग्राम पंचायत को… pic.twitter.com/sDOftOiNuW
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 13, 2023
FAQ
सीएम आदिवासी परब सम्मान निधि योजना किस राज्य में चल रही है?
छत्तीसगढ़
सीएम आदिवासी परब सम्मान निधि योजना का लाभ किसे मिलेगा?
छत्तीसगढ़ राज्य के सभी ग्राम पंचायतों को
आदिवासी परब सम्मान निधि योजना के अंतर्गत राज्य के ग्राम पंचायतों को कितना पैसा मिलेगा?
साल भर में कुल 10000 रुपये दो दो किस्तों में (5-5 हजार करके )
सीएम आदिवासी परब सम्मान निधि योजना की शुरुआत किसने की?
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने
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